उत्तर प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में बच्चों की डिजिटल अटेंडेंस (डिजिटल हाजिरी) को सख्ती से लागू करने के शासन के फैसले का शिक्षक संगठनों ने विरोध शुरू कर दिया है। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ (पांडेय गुट) ने इसके विरोध में 1 नवंबर को प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन आयोजित करने और ज्ञापन देने की घोषणा की है।
अधिकारियों पर अव्यवहारिक दबाव बनाने का आरोप
संघ के प्रदेश अध्यक्ष सुशील पाण्डेय ने सभी प्रांतीय, मंडलीय संगठन मंत्री और जिला पदाधिकारियों को इस प्रदर्शन को सफल बनाने के लिए निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि बच्चों की ऑनलाइन अटेंडेंस के विरोध में 24 अक्टूबर को अपर मुख्य सचिव, बेसिक शिक्षा को पत्र भेजा गया था, लेकिन शासन स्तर से अभी तक कोई सकारात्मक संदेश प्राप्त नहीं हुआ है। इसके विपरीत, जिलों में विभागीय अधिकारियों द्वारा शिक्षकों पर अव्यवहारिक निर्देश जारी कर अनुचित दबाव बनाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री को भेजा जाएगा ज्ञापन
शिक्षक संघ ने इस विरोध कार्यक्रम के माध्यम से मुख्यमंत्री और बेसिक शिक्षा मंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी के माध्यम से भेजने का निर्णय लिया है। प्रदेश अध्यक्ष सुशील पाण्डेय ने सभी पदाधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे जिलों में शिक्षकों को इस कार्यक्रम की सूचना दें और अधिक से अधिक संख्या में शिक्षकों को इसमें शामिल करें। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि इसके बाद भी विभाग अपने फैसले में बदलाव नहीं करता है, तो संघ आगे की रणनीति तय करने के लिए सभी से वार्ता कर अगला निर्णय लेगा।


























































































































































































































































































































































































































