- संभल में मीट कारोबारियों के ठिकानों पर दूसरे दिन भी आयकर विभाग की छापेमारी जारी
- 100 से ज्यादा कर्मचारी और मजदूर फैक्टरी के अंदर ही जांच टीम के साथ मौजूद
- 70 से अधिक गाड़ियों में पहुंची टीम, 100 से ज्यादा अधिकारी और कर्मचारी कार्रवाई में शामिल
- दिल्ली, गाजियाबाद, बरेली और नोएडा में भी एक साथ छापे की कार्रवाई
- मीट कारोबारियों इमरान और इरफान के ठिकानों पर जांच — करोड़ों के कारोबार की जांच पड़ताल
उत्तर प्रदेश के संभल जिले में मीट कारोबारियों के ठिकानों पर आयकर विभाग की रेड बुधवार को भी जारी रही। यह कार्रवाई सोमवार सुबह चार बजे से शुरू हुई थी और अब तक तीसरे दिन में प्रवेश करने वाली है।
टीमों ने जिले के कई प्रतिष्ठानों, फैक्ट्रियों और कारोबारियों के घरों में दस्तावेजों की गहन जांच की। कार्रवाई के दौरान 100 से अधिक कर्मचारी और मजदूर फैक्टरी परिसर के अंदर ही मौजूद रहे, जिन्हें जांच पूरी होने तक बाहर नहीं आने दिया गया।
🏭 फैक्टरी के अंदर जारी तलाशी और पूछताछ
सूत्रों के अनुसार, इंडिया फ्रोजन फूड कंपनी की मीट फैक्टरी में लगातार कागजातों और डिजिटल रिकॉर्ड की छानबीन की जा रही है। फैक्टरी के अंदर मौजूद अकाउंट्स स्टाफ और मैनजमेंट टीम से भी पूछताछ जारी है।
छापेमारी के दौरान विभागीय अधिकारियों ने कई महत्वपूर्ण फाइलें, कंप्यूटर हार्डडिस्क और रजिस्टर जब्त किए हैं। वहीं फैक्टरी के आसपास पुलिस बल को भी तैनात किया गया है ताकि किसी प्रकार की अफरा-तफरी न मचे।
👮♂️ 70 गाड़ियों का काफिला और 100 से ज्यादा अधिकारी
सोमवार को सुबह करीब चार बजे आयकर विभाग की 70 से अधिक गाड़ियों का काफिला संभल पहुंचा था। टीम में दिल्ली, लखनऊ, मेरठ और नोएडा से आए वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे।
इन टीमों ने मीट कारोबारियों इमरान और इरफान के घर, फैक्टरी, और रिश्तेदारों के ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की थी।
💼 कई जिलों में फैला कारोबारी नेटवर्क
छानबीन में यह बात सामने आई है कि मीट कारोबारियों का नेटवर्क केवल संभल तक सीमित नहीं है, बल्कि दिल्ली, गाजियाबाद, नोएडा, बुलंदशहर, बरेली और मुरादाबाद में भी उनके प्रतिष्ठान हैं।
इन सभी स्थानों पर भी समानांतर छापेमारी की जा रही है, जिससे करोड़ों रुपये के लेन-देन से जुड़ी जानकारियां सामने आ रही हैं।
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📦 अंदर बंद कर्मचारी-मजदूरों की स्थिति
फैक्टरी में काम करने वाले करीब 100 मजदूर और कर्मचारी छापे के समय मौजूद थे।
आयकर अधिकारियों ने उन्हें फैक्टरी के भीतर ही रोक रखा है ताकि जांच में आवश्यक सहयोग मिल सके।
फैक्टरी परिसर में मौजूद कैंटीन से उनके भोजन की व्यवस्था की गई है, और टीम के निर्देश पर कोई भी व्यक्ति बाहर नहीं जा पा रहा है।
💬 स्थानीय लोगों में चर्चा और सवाल
संभल के लोगों में यह चर्चा का विषय बना हुआ है कि आखिर फैक्टरी के अंदर क्या चल रहा है?
सोशल मीडिया पर कई पोस्ट और वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिनमें अंदर की गतिविधियों को लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं।
हालांकि, आयकर विभाग ने अब तक किसी भी आधिकारिक बयान में कोई खुलासा नहीं किया है।
📢 आने वाले दिनों में भी जारी रह सकती है कार्रवाई
सूत्रों के मुताबिक, दस्तावेजों और वित्तीय लेन-देन की जांच में और समय लग सकता है।
संभावना है कि रेड अगले कुछ दिनों तक जारी रहेगी। आयकर विभाग ने स्थानीय प्रशासन को भी चौकसी बरतने के निर्देश दिए हैं।
































































































































































































































































































































































































































