महाराष्ट्र में लगातार हो रही भारी बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। सोमवार को हुई मूसलाधार बारिश से राज्य के कई हिस्सों में बाढ़ जैसे हालात बन गए। राजधानी मुंबई और पुणे सहित कई जिलों में सड़कों पर पानी भर गया, जिससे यातायात पूरी तरह प्रभावित हुआ। प्रशासन की ओर से राहत और बचाव कार्य तेज कर दिए गए हैं।
पिछले 24 घंटों में बारिश से जुड़ी घटनाओं में 4 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 120 से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाला गया। सबसे गंभीर स्थिति बीड ज़िले में बनी, जहां भारतीय वायुसेना (IAF) के हेलीकॉप्टर की मदद से 11 ग्रामीणों को एयरलिफ्ट करना पड़ा। इसके अलावा, सेना की एक यूनिट ने 40 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला।
मुंबई में भारी बारिश के कारण लोकल ट्रेन सेवा पर भी असर पड़ा है। कई जगह ट्रैक पर पानी भर जाने से ट्रेनों की रफ्तार धीमी हो गई, जबकि कुछ मार्गों पर बस सेवाएं भी प्रभावित हुईं। पुणे और आसपास के इलाकों में निचले इलाकों में पानी भर जाने से लोगों को अपने घरों से बाहर निकलना पड़ा।
मौसम विभाग (IMD) ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि आने वाले 48 घंटों तक राज्य के कई जिलों में भारी से अति भारी बारिश होने की संभावना है। विशेष रूप से कोंकण, पुणे, ठाणे और रायगढ़ जिलों में रेड अलर्ट घोषित किया गया है।
प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे अनावश्यक रूप से घरों से बाहर न निकलें और सुरक्षित स्थानों पर ही रहें। राहत और बचाव दल प्रभावित क्षेत्रों में लगातार तैनात हैं।
बारिश की वजह से किसानों को भी भारी नुकसान हुआ है। कई जगह धान और अन्य खरीफ फसलों के खेत जलमग्न हो गए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर बारिश इसी तरह जारी रही तो किसानों की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं।


























































































































































































































































































































































































































