आगरा, 12 अक्टूबर 2025 अफगान विदेश मंत्री अमीर खान मत्ताकी आज आगरा पहुँचे हैं। उनके आगमन को देखते हुए ताजमहल और आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। प्रशासन ने मंत्री की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कई मार्गों को बंद कर दिया, और कुछ स्थानों पर सामान्य जनता व प्रतिनिधिमंडलों के प्रवेश को सीमित कर दिया।
कड़ा पहरा, प्रवेश पर पाबंदी
संरक्षित एवं संवेदनशील क्षेत्र (core area) के सर्विसिंग मार्गों को सील किया गया है, सुरक्षा बलों की तैनाती हर कोने पर है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मुस्लिम प्रतिनिधिमंडल को मंत्री से ताजमहल परिसर में मिलने की अनुमति नहीं दी गई।
प्रशासन का कहना है कि यह निर्णय “सुरक्षा कारणों” से लिया गया है। हालांकि, इस पर स्थानीय समुदाय और प्रतिनिधिमंडलों में नाराज़गी भी देखी जा रही है, जिन्हें बताया गया कि वित्तीय और लॉजिस्टिक कारणों से ऐसा करना पड़ा है।
प्रशासन की भूमिका और चुनौतियाँ
आगरा पुलिस, राज्य सुरक्षा एजेंसियां और आगरा प्रशासन मिलकर ताजमहल और उसके आसपास के मार्गों पर अतिरिक्त सुरक्षा कर्मी तैनात किये हैं।
कुछ रिपोर्टों में कहा गया कि ताजमहल के नज़दीकी रास्तों पर भारी आवाजाही पर रोक है, और पर्यटकों को वैकल्पिक मार्गों से चले जाना पड़ा है।
राजनीतिक दायरे में इस फैसले को लेकर प्रश्न उठाये जा रहे हैं — क्या किसी प्रतिनिधिमंडल को मिलने से पहले अनुमति देना ज़रूरी था? क्या इस तरह की पाबंदी लोकतांत्रिक मूल्यों से मेल खाती है?
इसे भी पढ़े : उत्तर प्रदेश से पूरी तरह विदा हुआ मानसून: जानें कहां हुई सबसे ज्यादा बारिश और कौन-से जिले रहे फिसड्डी
स्थानीय प्रतिक्रिया और मीडिया कवरेज़
स्थानीय मुस्लिम समुदाय एवं सामाजिक संगठनों ने इस घटना पर चिंता जताई है। कुछ ने कहा है कि धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से यह प्रतिनिधिमंडल मिलने की अनुमति न देना अनुचित है।
मीडिया घरानों ने इस विषय को प्रमुखता से लगाया है — कहीं इसे विश्व धरोहर स्थल की गरिमा से जोड़कर देखा गया है, तो कहीं सुरक्षा और राज्य प्रबंधन की ज़रूरतों के रूप में।
Highlights (उल्लेखनीय बिंदु)
- अफगानिस्तान के विदेश मंत्री अमीर खान मत्ताकी आज आगरा दौरे पर हैं। 
- ताजमहल पर असाधारण सुरक्षा व्यवस्था, कई girişions और प्रतिबंधित क्षेत्र बनाए गए। 
- मुस्लिम प्रतिनिधिमंडल को ताजमहल परिसर में मंत्री से मिलने की अनुमति नहीं दी गई। 
- प्रशासन ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए कई मार्ग बंद किए। 
- आगरा प्रशासन और राज्य पुलिस की मिलीजुली ड्यूटी, स्थानीय मीडिया ने सूचना दी। 
निष्कर्ष
अफ़गान विदेश मंत्री के आगमन पर ताजमहल परिसर की सुरक्षा को यकीनी बनाना ज़रूरी है, लेकिन सार्वजनिक हितों और सामाजिक संवेदनाओं को ध्यान में रखना भी उतना ही आवश्यक है।
आने वाले समय में यह देखने की बात होगी कि प्रशासन और राजनीतिक दल किस तरह से इस घटना को आगे संभालते हैं, और क्या ऐसी पाबंदियाँ भविष्य में भी लागू की जाएँगी या नहीं।
























































































































































































































































































































































































































