लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के संस्थापक कांशीराम के परिनिर्वाण दिवस पर गुरुवार को राजधानी लखनऊ के कांशीराम स्मारक स्थल पर विशाल रैली का आयोजन किया जाएगा। इस मौके पर बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती रैली को संबोधित करेंगी। माना जा रहा है कि अपने संबोधन में वह लोकसभा चुनाव के दौरान संविधान बदलने के दावों पर समाजवादी पार्टी और कांग्रेस द्वारा फैलाए गए भ्रम का पर्दाफाश करेंगी। साथ ही, मायावती दलित वोट बैंक को एकजुट करने और बसपा को मजबूत बनाने का आह्वान करेंगी।
दलित वोट बैंक में फिर से पैठ बनाने की कोशिश
बीते कुछ वर्षों में लगातार वोट बैंक घटने और लोकसभा व विधानसभा में कमजोर उपस्थिति के चलते बसपा अपने संगठन को दोबारा मजबूत करने में जुटी है। पिछले 15 वर्षों में दलित वोटों का रुझान अन्य दलों की ओर बढ़ा है, जिससे पार्टी की स्थिति कमजोर हुई है। ऐसे में मायावती ने कांशीराम के 19वें परिनिर्वाण दिवस को बड़े स्तर पर मनाने का फैसला किया है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, इस रैली में करीब 10 लाख समर्थकों के शामिल होने की उम्मीद है।
बुधवार को रैली की तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया गया। देर रात तक प्रदेशभर से समर्थक लखनऊ पहुंचते रहे। मायावती सुबह 9 बजे रैली को संबोधित करेंगी।
रैली के आयोजन में बामसेफ और बहुजन वालंटियर फोर्स (BVF) के कार्यकर्ताओं को विशेष जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। इसके अलावा पार्टी के सभी वरिष्ठ पदाधिकारी भी मंच पर मौजूद रहेंगे।
कार्यकर्ताओं के ठहरने और भोजन की व्यवस्था
प्रदेशभर से आए कार्यकर्ताओं के लिए रमाबाई रैली स्थल पर ठहरने और भोजन की पूरी व्यवस्था की गई है। यहां दाल, चावल, रोटी, सलाद और पनीर की सब्जी जैसे व्यंजनों से मेहमानों की मेजबानी की जा रही है।
लखनऊ के स्थानीय कार्यकर्ता और पदाधिकारी मेहमानों के सेवा-सत्कार में लगातार जुटे हुए हैं।
पार्टी नेतृत्व ने बताया कि सभी व्यवस्थाओं की निगरानी की जा रही है ताकि किसी को कोई असुविधा न हो।
वाहनों के लिए पांच पार्किंग स्थल तय
रैली में शामिल होने वाले कार्यकर्ताओं के वाहनों के लिए लखनऊ में पांच अलग-अलग पार्किंग स्थल तय किए गए हैं, ताकि शहर में जाम की स्थिति न बने। जिलों के अनुसार वाहनों की पार्किंग व्यवस्था इस प्रकार है:
- रमाबाई रैली स्थल के सामने की सड़क: कानपुर, प्रयागराज, मिर्जापुर, झांसी, चित्रकूट मंडल
- बुद्ध विहार शांति उपवन के पीछे, तेलीबाग: आगरा, अलीगढ़, मेरठ, सहारनपुर, मुरादाबाद, बरेली मंडल
- बंगला बाजार से तेलीबाग मार्ग, रुचिखंड की ओर: लखनऊ और रायबरेली जिला
- वृंदावन योजना, तेलीबाग: अयोध्या, देवीपाटन, गोरखपुर, बस्ती, आजमगढ़, वाराणसी मंडल
- कांशीराम सांस्कृतिक स्थल के पीछे: कानपुर रोड, कानपुर देहात और उन्नाव जिला
रैली को लेकर राजधानी में सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए गए हैं। प्रशासन और पुलिस बल को अलर्ट मोड पर रखा गया है, जबकि ट्रैफिक पुलिस ने वैकल्पिक रूट भी जारी किए हैं।
बसपा के लिए यह आयोजन न सिर्फ कांशीराम को श्रद्धांजलि का अवसर है, बल्कि राजनीतिक पुनरुत्थान की रणनीति का हिस्सा भी माना जा रहा है।
































































































































































































































































































































































































































