जागृत भारत अध्यात्म : हिंदू धर्म और भारतीय संस्कृति में पेड़-पौधों का विशेष महत्व है। न केवल भौगोलिक दृष्टि से, बल्कि धार्मिक रूप से भी इन्हें पूजनीय माना गया है। प्राचीन मान्यताओं के अनुसार, विभिन्न वृक्षों में देवी-देवताओं का वास होता है और ये वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करते हैं। ऐसे में यदि आप नियमित रूप से पेड़-पौधों की देखभाल करते हैं और उन्हें जल अर्पित करते हैं, तो न केवल आपके जीवन से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है, बल्कि मानसिक रूप से भी शांति और संतुलन बना रहता है।
इन सब में पीपल का वृक्ष विशेष रूप से पवित्र माना गया है। शास्त्रों के अनुसार, इसमें भगवान विष्णु, शिव और ब्रह्मा तीनों का निवास होता है। यही कारण है कि पीपल की पूजा और उसे जल देना धार्मिक रूप से पुण्यदायक माना जाता है।
लेकिन क्या घर की दीवार पर पीपल का उगना शुभ है?
इस प्रश्न को लेकर लोगों के मन में अक्सर भ्रम रहता है। कुछ लोग इसे ईश्वरीय संकेत मानते हैं, जबकि वास्तुशास्त्र इसकी व्याख्या कुछ अलग तरीके से करता है।
वास्तु शास्त्र की दृष्टि से अशुभ संकेत
वास्तु के अनुसार, घर की दीवारों, छत या फर्श से पीपल का उगना अशुभ माना जाता है। इसके पीछे कई कारण बताए गए हैं:
🔻 सुख-समृद्धि में बाधा:
ऐसी मान्यता है कि यह घर की सकारात्मक ऊर्जा को कमजोर करता है और परिवार की आर्थिक स्थिति पर नकारात्मक प्रभाव डालता है।
🔻 बने-बनाए काम बिगड़ना:
कई बार अचानक आने वाली रुकावटें और असफलताएं इसी तरह के संकेतों से जुड़ी होती हैं।
🔻 स्वास्थ्य समस्याएं:
कहा जाता है कि दीवारों पर उगने वाला पीपल नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करता है, जिससे घर के सदस्यों को मानसिक तनाव और शारीरिक बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है।
दीवार पर पीपल निकल आए तो क्या करें?
अगर आपके घर की दीवारों पर पीपल का पौधा उग आया है, तो कुछ बातों का ध्यान रखना ज़रूरी है:
✔️ उसे सीधे काटें नहीं:
धार्मिक दृष्टि से यह अनुचित माना जाता है। बेहतर होगा कि आप किसी अनुभवी माली या बागवानी विशेषज्ञ की मदद से उसे सावधानीपूर्वक हटवाएं।
✔️ स्थान को सीमेंट से भरें:
पीपल हटाने के बाद जहां से वह उगा था, उस स्थान की दरारों को सीमेंट या मजबूत प्लास्टर से भर दें, ताकि दोबारा कोई अंकुर न उगे।
✔️ गंगाजल का छिड़काव करें:
पूरा घर, विशेषकर वह स्थान जहां पीपल उगा था, वहां गंगाजल का छिड़काव करें। यह प्रक्रिया नकारात्मक ऊर्जा को समाप्त करने में सहायक मानी जाती है।
✔️ नियमित पूजा-पाठ और मंत्र जाप करें:
घर में रोज़ाना दीप जलाएं, पूजन करें और कुछ प्रभावशाली मंत्रों का जाप करें, जैसे:
“ॐ नमो भगवते वासुदेवाय”
“ॐ त्र्यंबकं यजामहे…”
इन मंत्रों का नियमित जाप वातावरण को शुद्ध और सकारात्मक बनाता है।
निष्कर्ष:
जहां एक ओर पीपल का वृक्ष धार्मिक दृष्टि से अत्यंत पूजनीय है, वहीं घर की दीवारों पर उसका उग आना वास्तु दोष का संकेत हो सकता है। इस स्थिति को अनदेखा न करें, लेकिन धार्मिक मर्यादा और सावधानी के साथ उचित उपाय करें।
अस्वीकरण (Disclaimer):
यह लेख धार्मिक मान्यताओं, ज्योतिषीय विचारों और वास्तुशास्त्र पर आधारित है। इसका उद्देश्य जागरूकता बढ़ाना है। किसी भी प्रकार का निर्णय लेने से पहले विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें।
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