जागृत भारत, कानपुर। 4 और 5 सितंबर को बारावफात जुलूस के दौरान लगाए गए “I LOVE MUHAMMAD” पोस्टर ने कानपुर से लेकर पूरे उत्तर प्रदेश में बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है। मामला अब धार्मिक आस्था बनाम नई परंपरा शुरू करने के मुद्दे पर सियासी और सामाजिक रंग लेने लगा है।
कैसे शुरू हुआ विवाद?
- 4 सितंबर: कानपुर के रावतपुर क्षेत्र के सैय्यदनगर में बारावफात के रोशनी कार्यक्रम के दौरान “I LOVE MUHAMMAD” का लाइट बोर्ड लगाया गया।
- 5 सितंबर: स्थानीय हिंदू संगठनों ने इसका विरोध करते हुए कहा कि यह एक नई परंपरा है, जो पहले कभी नहीं हुई।
- दोनों पक्षों के बीच नारेबाजी हुई, जिसके बाद पुलिस ने घंटों मशक्कत कर स्थिति संभाली।
FIR और आरोप
10 सितंबर को दरोगा पंकज शर्मा की तहरीर पर 12 नामजद समेत 25 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई। आरोप यह थे कि:
- मुस्लिम युवकों ने नई परंपरा शुरू करने के इरादे से बोर्ड लगाया।
- जुलूस के दौरान हिंदू धार्मिक पोस्टर फाड़े गए।
- माहौल खराब करने की कोशिश की गई।
FIR BNS की धारा 196 और 299 में दर्ज हुई, जो धार्मिक भावनाओं को आहत करने और समुदायों में वैमनस्य फैलाने से संबंधित हैं।
ओवैसी का बयान और बढ़ता विरोध
AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने X (Twitter) पर लिखा—
“I LOVE MUHAMMAD लिखना जुर्म नहीं है, अगर है तो इसकी हर सजा मंजूर है।”
उनके बयान के बाद यूपी के कई शहरों में विरोध प्रदर्शन हुए:
- लखनऊ: विधान भवन के सामने सपा नेता सुमैया राणा के नेतृत्व में मुस्लिम महिलाओं का प्रदर्शन।
- बरेली: चौक-चौराहों पर “I LOVE MUHAMMAD” पोस्टर लगाए गए।
- आगरा: जामा मस्जिद के बाहर नमाज के बाद विरोध।
- उन्नाव: शहर काजी मौलाना निसार अहमद ने FIR को धार्मिक स्वतंत्रता का उल्लंघन बताया।
- भदोही: नमाज के बाद जुलूस निकालकर FIR वापस लेने की मांग।
“I LOVE MUHAMMAD दिवस” का ऐलान
कानपुर के मौलाना मुश्ताक अहमद और मुफ्ती हबीब अख्तर शहीदी ने 20 से 22 सितंबर तक “I LOVE MUHAMMAD दिवस” मनाने की घोषणा की है।
पुलिस की सफाई
DCP वेस्ट दिनेश त्रिपाठी ने कहा—
“केवल ‘I LOVE MUHAMMAD’ लिखने पर कोई FIR दर्ज नहीं हुई है। FIR जुलूस मार्ग बदलने, बैनर हटाने से इनकार और हिंदू धार्मिक पोस्टर फाड़ने की घटना पर दर्ज की गई है।”
पुलिस ने अपील की है कि मामले को लेकर भ्रांति न फैलाई जाए।

















































































































































































































































































































































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