जीवनशैली व स्वास्थ्य : आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में हर कोई हेल्दी रहने की कोशिश कर रहा है। लोग तले-भुने और फास्ट फूड से दूरी बना रहे हैं और उनकी जगह तथाकथित “स्वास्थ्यवर्धक” विकल्पों को अपना रहे हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कई बार जो चीज़ें हेल्दी दिखती हैं, वो शरीर को अंदर से नुकसान पहुंचा सकती हैं?
यहाँ हम बात कर रहे हैं कुछ ऐसे लोकप्रिय खाद्य पदार्थों की, जिन्हें लोग हेल्दी समझकर खाते हैं, लेकिन ये धीरे-धीरे शरीर को बीमारियों की तरफ धकेल सकते हैं।
1. हेल्दी बिस्किट या आटे के बिस्किट
माना जाता है: गेहूं या मल्टीग्रेन से बने बिस्किट फाइबर से भरपूर और हेल्दी होते हैं।
असलियत: इनमें अक्सर मैदा, रिफाइंड शुगर, ताड़ का तेल और अधिक मात्रा में सोडियम होता है। ये प्रोसेस्ड आइटम्स शरीर में एलडीएल (खराब) कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाकर दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ाते हैं।
बेहतर विकल्प: भुने हुए चने, मखाने, या मुट्ठी भर सूखे मेवे।
2. फ्लेवर्ड योगर्ट
माना जाता है: पेट और हड्डियों के लिए फायदेमंद।
असलियत: इन योगर्ट्स में 2-4 चम्मच तक रिफाइंड शुगर, कृत्रिम फ्लेवर और स्टेबलाइज़र होते हैं, जो मेटाबॉलिक सिंड्रोम और हार्ट डिजीज का खतरा बढ़ा सकते हैं।
बेहतर विकल्प: घर का बना दही, जिसमें ताजे फल या थोड़ा शहद मिलाएं।
3. लो-फैट पैकेज्ड फूड्स
माना जाता है: फैट कम है, इसलिए दिल के लिए अच्छा है।
असलियत: फैट कम करने के लिए इन उत्पादों में अक्सर ज्यादा मात्रा में चीनी, स्टार्च और नमक मिलाया जाता है, जिससे ब्लड शुगर असंतुलित हो सकता है।
बेहतर विकल्प: प्राकृतिक फैट जैसे कि मेवे, बीज या एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल।
4. इंस्टेंट ब्रेकफास्ट सीरियल्स
माना जाता है: पोषक नाश्ता, दिन की अच्छी शुरुआत।
असलियत: ‘होल ग्रेन’ लेबल वाले सीरियल्स भी प्रोसेस्ड होते हैं और इनमें अक्सर हाई शुगर कंटेंट होता है। इससे ब्लड शुगर तेजी से बढ़ता और गिरता है, जिससे बार-बार भूख लगती है और टाइप-2 डायबिटीज़ का खतरा बढ़ता है।
बेहतर विकल्प: उबले हुए ओट्स में ताजे फल, नट्स और बीज मिलाकर खाएं।
5. पैकेज्ड नमकीन और स्नैक्स मिक्स
माना जाता है: हल्का और हेल्दी नाश्ता।
असलियत: ये तेल में तले जाते हैं और इनमें सोडियम व प्रिज़र्वेटिव्स की मात्रा अधिक होती है। ज्यादा नमक हाई ब्लड प्रेशर और हार्ट अटैक का जोखिम बढ़ा सकता है।
बेहतर विकल्प: घर पर भुने हुए मेवे, मुरमुरे या बिना नमक वाले बीज।
6. फलों का पैकेज्ड जूस
माना जाता है: दिन की शुरुआत के लिए पौष्टिक।
असलियत: फलों का रस फाइबर से रहित होता है, और उसमें मौजूद प्राकृतिक शुगर शरीर में बहुत तेजी से अवशोषित होती है। इससे ट्राइग्लिसराइड्स और ब्लड शुगर बढ़ते हैं। पैकेज्ड जूस में अतिरिक्त चीनी और प्रिज़र्वेटिव्स भी हो सकते हैं।
बेहतर विकल्प: साबुत फल खाएं या घर पर बना स्मूदी पिएं जिसमें चिया, अलसी जैसे बीज मिलाए जाएं।
और भी खाद्य आइटम्स जो “हेल्दी” लगते हैं, लेकिन नहीं हैं:
- ग्रेनोला बार या एनर्जी बार
- डाइट सोडा या शुगर-फ्री ड्रिंक
- विटामिन/मिनरल ड्रिंक्स
- इंस्टेंट/पैकेट वाले सूप
- ओट्स कुकीज़ या मफिन्स
































































































































































































































































































































































































































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