मथुरा। योगी आदित्यनाथ सरकार ने मथुरा स्थित विश्व प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर की व्यवस्थाओं को अधिक व्यवस्थित और पारदर्शी बनाने के लिए नया ट्रस्ट गठित कर दिया है। इस संबंध में प्रमुख सचिव अतुल श्रीवास्तव ने आदेश जारी कर जानकारी दी है। अब मंदिर की पूजा पद्धति से लेकर सुरक्षा व्यवस्था तक का निर्णय ट्रस्ट द्वारा लिया जाएगा।
ट्रस्ट में कुल 18 सदस्य, होंगे प्रतिष्ठित लोग
बांके बिहारी मंदिर ट्रस्ट में कुल 18 सदस्य होंगे। इनमें 7 पदेन सदस्य होंगे, जो विभिन्न विभागों के सरकारी अधिकारी होंगे। इसके अलावा 11 सदस्य प्रतिष्ठित व्यक्तियों में से चुने जाएंगे, जिनमें:
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6 सदस्य वैष्णव परंपरा, संप्रदाय या पीठों से
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2 सदस्य मंदिर की गोस्वामी परंपरा से
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3 सदस्य शिक्षाविद्, उद्यमी या समाजसेवी वर्ग से होंगे।
मुख्य कार्यपालक अधिकारी होगा नियुक्त
सरकार ट्रस्ट के सुचारु संचालन के लिए एक मुख्य कार्यपालक अधिकारी (CEO) की नियुक्ति करेगी। यह पद किसी वरिष्ठ अधिकारी को सौंपा जाएगा। सूत्रों के अनुसार सरकार 1-2 दिन में इस पद पर नियुक्ति कर सकती है।
सदस्यता की शर्तें और कार्यकाल
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ट्रस्ट के सदस्यों का कार्यकाल तीन वर्ष का होगा।
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कोई भी व्यक्ति अधिकतम दो बार ही सदस्य बन सकेगा।
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सभी सदस्य हिंदू धर्म में आस्था रखने वाले होंगे।
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कोर्ट द्वारा दोषी ठहराया गया व्यक्ति ट्रस्ट का सदस्य नहीं बन पाएगा।
बांके बिहारी मंदिर को लेकर यह बड़ा कदम मंदिर की व्यवस्था को बेहतर बनाने और दर्शनार्थियों को सुगम अनुभव दिलाने की दिशा में एक मजबूत प्रयास माना जा रहा है। सरकार का यह निर्णय मथुरा के धार्मिक पर्यटन और श्रद्धालुओं के हितों को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।
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