जागृत भारत देवरिया। लार थाने में तैनात गालीबाज सिपाही नितेश कुमार को एसपी विक्रांत वीर ने शुक्रवार को निलंबित कर दिया। आरोप है कि सिपाही ने पीड़ित के मोबाइल फोन पर न केवल अपशब्दों का प्रयोग किया, बल्कि जूते से पीटने की धमकी दी। आडियो प्रसारित होने पर विभाग की किरकिरी होता देख एसपी ने सिपाही के विरुद्ध जांच कराकर कार्रवाई की है।
विभाग में सिपाही के निलंबन को लेकर चर्चा है। लार उपनगर के फानी टोला व गयागीर वार्ड में बुधवार की रात युवकों के दो गुटों में किसी बात को लेकर मारपीट हो गई, जिसकी सूचना गयागीर वार्ड के रहने वाले अंशु राजभर ने तत्काल मोबाइल फोन के जरिये लार थाने की पुलिस को दी। सूचना पर तत्परता दिखाते हुए पुलिस मौके पर पहुंची और कुछ लोगों को हिरासत में ले लिया।
युवकों से पूछताछ की। गुरुवार को कस्बा चौकी पर तैनात सिपाही ने पीड़ित अंशु को फोन किया व अपशब्दों का प्रयोग करते हुए जूते से मारने की बात कही। पीड़ित ने सिपाही की ओर से अपशब्द बोलने व जूते से मारने की धमकी देने की बातचीत को रिकॉर्ड किया। सिपाही व युवक के बीच वार्ता का ऑडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित होने पर एसपी ने गंभीरता से लेते हुए सीओ सलेमपुर दीपक शुक्ल से रिपोर्ट तलब की। सीओ की रिपोर्ट में सिपाही दोषी पाया गया। एसपी विक्रांत वीर ने बताया कि मारपीट के मामले में पीड़ित को अपशब्द बोलने पर सिपाही को निलंबित कर दिया गया।