उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां हजारों मृतकों के खातों में पेंशन जारी की जा रही थी। समाज कल्याण विभाग की जांच में यह खुलासा हुआ कि 3,757 से अधिक बुजुर्गों, निराश्रित महिलाओं और दिव्यांगजन को पेंशन मिलती रही, जबकि वे अब इस दुनिया में नहीं हैं।
सत्यापन में खुली पोल
महिला, समाज और दिव्यांग कल्याण विभाग द्वारा लाभार्थियों का सत्यापन कराया गया था। इसी दौरान पता चला कि बड़ी संख्या में लाभार्थी अब जीवित नहीं हैं। कई मामलों में संबंधित व्यक्ति की मौत दो से छह महीने पहले हो चुकी थी, फिर भी उनके खातों में पेंशन जाती रही।
2 लाख से अधिक लाभार्थी, 3,757 मृत पाए गए
बाराबंकी जिले में कुल दो लाख से अधिक पेंशन लाभार्थी हैं। इनमें वृद्धा, निराश्रित महिला और दिव्यांगजन शामिल हैं। मई 2025 में किए गए सत्यापन के दौरान 3,757 ऐसे लोग मिले जिनकी मौत हो चुकी थी।
3057 मृत वृद्ध महिलाएं
661 निराश्रित महिलाएं
39 दिव्यांगजन
150 अन्य अपात्र लोग भी सूची में पाए गए
इन सभी के नाम अब लाभार्थी सूची से हटाए जा रहे हैं।
रिकवरी और सुधार की प्रक्रिया शुरू
विभाग ने संबंधित बैंकों को पत्र भेजकर पेंशन की रिकवरी के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा, गांव-गांव जाकर ब्लॉक स्तर पर सत्यापन का कार्य किया गया। उसी के आधार पर सूची को अपडेट किया जा रहा है।
जून में जारी होगी नई पेंशन
जांच पूरी होने के बाद अप्रैल, मई और जून महीने की पेंशन जून के अंत तक पात्र लाभार्थियों को एकमुश्त दी जाएगी। हर माह 1,000 रुपये के हिसाब से उन्हें तीन महीने की पेंशन यानी 3,000 रुपये खाते में भेजे जाएंगे।
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