गाजीपुर। शहर कोतवाली क्षेत्र के डिलियां गांव की यादव बस्ती में रविवार दोपहर को एक दर्दनाक और दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। जमीन के मामूली विवाद ने एक बेटे को इतना क्रूर बना दिया कि उसने अपनी ही मां, पिता और बहन की कुल्हाड़ी से बेरहमी से हत्या कर दी। हत्यारोपी अभय यादव उर्फ भुट्टन (32) वारदात को अंजाम देने के बाद पत्नी और बच्चों के साथ फरार हो गया।
खेत की रजिस्ट्री बनी विवाद की जड़
पुलिस जांच में सामने आया कि मृतक शिवराम यादव ने कुछ दिन पहले अपनी बेटी कुसुम (35) के नाम 12 बिस्वा खेत की रजिस्ट्री की थी। यही बात अभय को नागवार गुज़री और वह लगातार इस पर अपने माता-पिता से नाराजगी जताता रहा। रविवार दोपहर करीब 12:30 बजे अभय ने घर में विवाद के बाद अचानक कुल्हाड़ी उठा ली और देखते ही देखते तीन लोगों की हत्या कर दी।
पहले बहन को मारा, फिर माता-पिता को
घटना के समय बहन कुसुम स्कूटी से खेत पर बनी निर्माणाधीन पशुशाला की ओर आ रही थी, तभी अभय ने कुल्हाड़ी से उस पर हमला कर दिया। जान बचाने के लिए वह धान के खेत की ओर भागी, लेकिन अभय ने उसका पीछा कर मौके पर ही उसे मौत के घाट उतार दिया। शोर सुनकर पिता शिवराम (70) और मां जमुनी देवी (65) बाहर आए, लेकिन अभय ने दोनों को भी बर्बरता से काट डाला।
ग्रामीणों में खौफ, कोई नहीं आया बचाने
हत्याकांड के बाद पूरे गांव में सनसनी फैल गई। लोग भय के कारण न तो घटना में हस्तक्षेप कर सके, न ही अभय को रोक पाए। ग्रामीणों का कहना है कि अभय और उसकी पत्नी पहले से ही जमीन को लेकर नाराज चल रहे थे। कुछ दिन पहले पंचायत भी हुई थी, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला।
पुलिस ने खाट से शव सड़क तक पहुंचाए
घटनास्थल तक पक्की सड़क न होने के कारण पुलिस को शवों को खाट पर रखकर सड़क तक लाना पड़ा। वहां से उन्हें पिकअप में पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। पुलिस ने घटनास्थल से कुल्हाड़ी, खुरपी, मोबाइल और चप्पलें बरामद कर जांच शुरू कर दी है।
तहरीर पर हत्या का केस दर्ज
शिवराम यादव के चचेरे भाई एवं ग्राम चौकीदार अमरनाथ यादव की तहरीर पर पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। आरोपी की तलाश की जा रही है। पुलिस अधीक्षक डॉ. ईरज राजा, एसपी सिटी ज्ञानेंद्र प्रसाद और सीओ सिटी शेखर सेंगर भी मौके पर पहुंचे और मामले की गहन जांच की जा रही है।
कुसुम रह रही थी मायके में
मृतक कुसुम अपने पति से अलग होकर पिछले सात वर्षों से मायके में ही रह रही थी और मेडिकल स्टोर चलाती थी। पिता शिवराम ने अपनी जमीन का कुछ हिस्सा बेटी के नाम किया था, जो अभय को नागवार गुजरा और उसने इस कदर हैवानियत दिखाई।
इस हत्याकांड ने पूरे गाजीपुर जिले को हिला कर रख दिया है। लोगों की जुबान पर बस यही सवाल है कि आखिर जमीन के चंद बिस्वों के लिए कोई इतना बेरहम कैसे हो सकता है?