उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बिजली विभाग की घोर लापरवाही ने एक मासूम की जान ले ली। रविवार सुबह शंकरपुरी कॉलोनी, फूलबाग निवासी 7 वर्षीय फहद की करंट लगने से दर्दनाक मौत हो गई। वह पार्क में खेलते हुए गेंद निकालने के लिए ट्रांसफार्मर यार्ड में घुस गया था, जहां खुले तारों की चपेट में आकर उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
सुरक्षा में भारी चूक
पार्क में लगे 400 केवी ट्रांसफार्मर यार्ड के गेट पर कोई सुरक्षा जाली नहीं थी, जिससे फहद आसानी से अंदर चला गया। वहां मौजूद खुले तारों से चिपकने पर वह बुरी तरह झुलस गया। मोहल्ले के बच्चों ने डर के कारण किसी को कुछ नहीं बताया। कुछ देर बाद पास ही रहने वाले ऑटो चालक मो. अतीक ने जब उसे देखा, तब जाकर घटना का खुलासा हुआ।
अस्पताल पहुंचने से पहले ही मौत
स्थानीय लोगों ने बिजली विभाग को सूचना देकर लाइन कटवाई और फहद को बाहर निकाला। आनन-फानन में उसे सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बताया गया कि फहद करीब 10 मिनट तक करंट से चिपका रहा, जिससे उसकी चमड़ी तक उधड़ गई थी।
पिता दुबई से लौट रहे, मां बेसुध
फहद के पिता फरीद दुबई में बुक बाइंडिंग का कार्य करते हैं और खबर मिलते ही स्वदेश लौटने की तैयारी में हैं। मां फिरदौस बेटे का शव देखते ही बेहोश हो गईं। ताई कमरुनिशा ने कांपती आवाज में दुबई फोन कर बेटे की मौत की खबर दी। जब वीडियो कॉल पर शव दिखाया गया, तो पिता का फोन हाथ से गिर गया।
बिजली विभाग पर लापरवाही का आरोप
स्थानीय लोगों का कहना है कि ट्रांसफार्मर यार्ड की सुरक्षा को लेकर कई बार शिकायत की गई थी, लेकिन विभाग ने ध्यान नहीं दिया। घटना के बाद फीडर मैनेजर और संविदा कर्मी अमरजीत को निलंबित कर दिया गया है। हुसैनगंज के एक्सईएन ने जांच के लिए कमेटी गठित की है और विद्युत सुरक्षा निदेशालय को पत्र लिखा गया है।
पोस्टमार्टम नहीं कराना चाहा परिवार ने
परिजनों ने फहद की मौत को दुर्घटना मानते हुए पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया। कैसरबाग पुलिस ने पंचनामा भरने के बाद शव परिवार को सौंप दिया। हालांकि, मौके पर पांच घंटे तक पुलिस तैनात रही ताकि कोई विवाद न हो।
मोहल्ले में मातम
फहद कस्तूरबा स्कूल में कक्षा दो का छात्र था। उसके दो छोटे भाई फरहान और अरहान हैं। उसकी मौत से पूरा मोहल्ला शोक में डूब गया। घर में महिलाओं की चीखें और मोहल्ले में पसरा सन्नाटा फहद के जाने की टीस बयां कर रहा था।