देवरिया जिले के बघौचघाट स्थित बाबा भागवत दास घाट पर शुक्रवार सुबह उस समय अफरा-तफरी मच गई जब एक पुरानी नाव, जिसमें क्षमता से अधिक लोग सवार थे, खनुआ नदी में अचानक पलट गई। यह घटना उस समय हुई जब कृषि मंत्री के पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत घाट पर नदी की सफाई अभियान चल रहा था। कार्यक्रम सुबह छह बजे शुरू हुआ था और मंत्री स्वयं मौके पर मौजूद थे।
घटना के दौरान नाव में भाजपा मंडल के कई पदाधिकारी और अन्य लोग सवार थे। भीड़ अधिक होने के कारण नाव असंतुलित हो गई और उसमें पानी भरने लगा। देखते ही देखते नाव पलट गई और उसमें सवार लोग नदी में गिर गए।
हालांकि, गनीमत रही कि पास में ही मौजूद स्थानीय मछुआरे और नाविकों ने तत्परता दिखाते हुए डूबते लोगों को नदी से बाहर निकाला। घटनास्थल पर तुरंत चिकित्सा दल को भी बुलाया गया। डॉक्टरों ने सभी लोगों की जांच की और आवश्यक प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें घर भेज दिया। सौभाग्य से किसी की जान नहीं गई और बड़ा हादसा टल गया।
घटना के बाद आयोजन को लेकर कई सवाल खड़े हो गए हैं। स्थानीय लोगों ने नाराजगी जताई कि इतने बड़े कार्यक्रम में सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम नहीं किए गए थे। खास तौर पर लोगों ने यह सवाल उठाया कि यदि पहले से कार्यक्रम तय था, तो एनडीआरएफ या जल पुलिस की टीम को तैनात क्यों नहीं किया गया।
प्रशासन ने घटना की जांच के निर्देश दे दिए हैं और सुरक्षा उपायों को लेकर अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी गई है। आयोजनों में भविष्य में सुरक्षा मानकों का पालन अनिवार्य करने की बात कही जा रही है।
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